विषय- जीवन
1.
खाली आना खाली जाना,
जीवन क्या पाना?
तुम्हारे लिए।
2.
उलझन का ताना-बाना,
अंतिम एक ठिकाना,
तुम्हारे लिए।
3.
कभी हर्ष कभी विषाद,
कहते सभी निर्विवाद,
तुम्हारे लिए।
4.
पहली श्वास अंतिम धड़कन,
जीवन यह उलझन,
तुम्हारे लिए।
5.
एक समभाव होकर जीना,
जीवन गरल पीना,
तुम्हारे लिए।
6.
कभी जय कभी पराजय,
जीवन एक संशय,
तुम्हारे लिए।
7.
करते फिरते सतत तलाश,
जीवन एक वनवास,
तुम्हारे लिए।
8.
हरपल मेला विशद झमेला,
जीवन निपट अकेला,
तुम्हारे लिए।
9.
काया- छाया मन भरमाया,
जीवन एक मोहमाया,
तुम्हारे लिए।
10.
सुख-सागर दुख-आगर,
जीवन की गागर,
तुम्हारे लिए।
11.
चलते जाना बढ़ते जाना,
जीवन इक अफसाना,
तुम्हारे लिए।
12.
कभी दुखद कभी सुहानी,
जीवन गूढ़ कहानी,
तुम्हारे लिए।
13.
हँसते रहना दुख-पीना,
यही जीवन जीना,
तुम्हारे लिए।
14.
माया के बंधन झूठे,
इस जीवन टूटे,
तुम्हारे लिए।
15.
प्रभु भक्ति की शक्ति,
इसमें जीवन मुक्ति,
तुम्हारे लिए।
16.
हरि नाम का सुमिरन,
काटे जीवन-बंधन,
तुम्हारे लिए।
17.
भारी भरकम बहु दुविधा,
जीवन मुक्ति सुविधा,
तुम्हारे लिए।
18.
जागो समय नहीं गँवाए,
जीवन मुक्ति लाए,
तुम्हारे लिए।
19.
जीवन वो असली जीवन,
काटे भव-बंधन,
तुम्हारे लिए।
20.
दुर्लभ मानव की काया,
‘सूरज’ अवसर लाया,
तुम्हारे लिए।
#पवन कुमार सूरज
देहरादून