पर्यावरण

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हिमालय का दर्द: तुम अपनी मुहब्बत वापस लो!

ऋषभदेव शर्मा जी हाँ, हिमाचल प्रदेश और उत्तराखंड में महावृष्टि और भूस्खलन के प्रलयंकर दृश्य देखकर तो यही लगता है कि कालिदास के देवतात्मा नगाधिराज हिमालय की आत्मा यही चीत्कार कर रही होगी – ‘अब नजअ का आलम है मुझ पर/!तुम अपनी मुहब्बत वापस लोय/ जब कश्ती डूबने लगती है/ तो बोझ उतारा करते हैं!’ […]

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जान बची तो लाखों पाएं

निमिषा सिंह हमारा देश वैसे तो हर क्षेत्र में विकास के पथ पर अग्रसर है लेकिन फिर भी स्वतंत्रता प्राप्ति के पश्चात से ही देश आर्थिक संकट से जूझ रहा है जिसका प्रमुख कारण है जनसंख्या में दिन दूनी रात चौगुनी वृद्धि। परिणाम धरती पर अत्यधिक दबाव, बेरोजगारी, अन्न की कमी ,संसाधनों की कमी और […]

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