साहित्य
आधुनिक काल के जगमगाते साहित्यकार: सूर्यकांत त्रिपाठी निराला
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- March 5, 2024
साहित्य जगत के आधुनिक काल के जगमगाते साहित्यकार सूर्यकांत त्रिपाठी निराला का नाम अग्रगण्य है। इन्होंने साहित्य की महती सेवा कर इसे गौरवान्वित किया है ।सूर्यकांत त्रिपाठी निराला का जन्म 21 फरवरी 1899 को महिषादल रियासत (जिला मेदिनीपुर )में हुआ था। उनका वसंत पंचमी के अवसर पर जन्मदिन मनाने का श्री गणेश 1930 में हुआ […]
Read Moreगुड़िया
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- December 7, 2023
गुड़िया मेरी गुड़िया हंसना, कभी ना तुम रोना । पापा _मम्मी की हो प्यारी, गुरुजन की हो राज दुलारी। सबकी कहना मानना , अच्छी बातें सीखना। मेरी गुड़िया हंसना, कभी ना तुम रोना। गुड़िया पढ़ी और पढ़ कर , वह की समाज का कल्याण। समाज आगे बढ़ा , गुड़िया बनी महान। मेरी गुड़िया हंसना , […]
Read Moreविश्वनाथ शुक्ल ‘चंचल’
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- December 2, 2023
चंचल जी पत्रकारिता के सशक्त हस्ताक्षर इनके व्यवहार थे उत्तम । इन्होंने पत्रकारिता का बढ़ाया मान इसे बनाया सर्वोत्तम । इनके पिता थे श्रीनाथ ये थे विश्वनाथ । चंचल जी ने साहित्य को कभी न होने दिया अनाथ। इनकी लेखनी थी अविरल पाठकों को दिया ज्ञान । ये पत्रकारिता में बनाई विशिष्ट पहचान । […]
Read Moreधवन सहित तीन साहित्यकारों को मिला काव्य कलाधर सम्मान
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- November 17, 2023
पटना। विश्व शाक्त संघ की ओर से गांधी मैदान,पटना, बिहार स्थित आईएमए हॉल में शाक्त धर्म के सम्मान एवं विश्वव्यापी जन कल्याण के लिए शाक्त धर्म की जागरूकता एवं आवश्यकता पर चर्चा के लिये 51वां शाक्त सम्मेलन का आयोजन किया गया।इसका उद्घाटन संघ के प्रधानमंत्री एडवोकेट राजेन्द्र कुमार मिश्र ने किया। अध्यक्षीय उद्गार में […]
Read Moreपत्रकारिता के आधार स्तंभ : विश्वनाथ शुक्ल ‘चंचल‘
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- November 15, 2023
भारतीय साहित्य एवं पत्रकारिता को आभामंडित कर ज्ञान की ज्योति जलाने में कामयाब साहित्यकार थे -विश्वनाथ शुक्ल चंचल। इनसे पाठकगण प्रभावित होकर ज्ञानार्जन और मनोरंजन प्राप्त करते थे ।चंचल जी का जन्म 20 जून ,1936 में हाजीगंज ,पटना सिटी में हुआ था। इनके पिता का नाम श्रीनाथ शुक्ल था। विश्वनाथ शुक्ल ‘चंचल’ की शिक्षा […]
Read Moreदि ग्राम टुडे के नवरात्र स्पेशल फायकू विशेषांक का आनलाइन लोकार्पण
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- October 22, 2023
देहरादून। दि ग्राम टुडे के नवरात्र स्पेशल फायकू विशेषांक का आनलाइन लोकार्पण मुख्य अतिथि साहित्यकार अमन त्यागी, विशिष्ट अतिथि डॉ.अनिल शर्मा ‘अनिल’, सतेन्द्र शर्मा ‘तरंग’ और संपादक शिवेश्वर दत्त पाण्डेय ने किया। मुख्य अतिथि, फायकू के प्रवर्तक,अमन त्यागी ने कहा कि सहज और सरल ढंग से नौ शब्दों में अपनी बात कहने के लिए फायकू […]
Read Moreदो शब्द फायकू के लिए
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- October 15, 2023
अमन कुमार ‘त्यागी’ फायकू का प्रयोग ऐतिहासिक रूप से, उपनाम के लिए अथवा लोगों को समूहों में क्रमबद्ध करने के एक तरीके के रूप में विकसित हुआ है। व्यवसाय, मूल स्थान, कबीले संबद्धता, संरक्षण, माता-पिता, गोद लेने और यहां तक कि शारीरिक विशेषताओं के आधार पर भी फायकू लोगों की पहचान की जा सकती […]
Read Moreडाॅ. अनिल शर्मा ‘अनिल’ के 100 फायकू
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- October 15, 2023
1 ख़ुद बनाएं हैं हमने ये चाय पकौड़े, तुम्हारे लिये। 2 एक मिलन आस में सब काम छोड़ें तुम्हारे लिये। 3 साथ मिल जाए बस संग संग दौड़े तुम्हारे लिये। 4 थक गये मित्र तुम, तो मंगवाएं घोड़े तुम्हारे लिये। 5 अपनी भरपूर है व्यस्तता क्षण हैं थोड़े तुम्हारे लिये। 6 गुनगुनाओ मेरे संग […]
Read Moreसविता मिश्रा के 100 फायकू
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- October 15, 2023
1 कंप्यूटर कीबोर्ड बनते रहो स्कीम आई कई तुम्हारे लिये। 2 तुम भले भूले हमको हम जीते रहे तुम्हारे लिये। 3 तुमको ख़्वाबों में देखते बातें भी करते तुम्हारे लिये। 4 मत समझना पागल है याद में तेरी तुम्हारे लिये। 5 यदि मुस्करा रहे हैं हर मुस्कराहट नहीं तुम्हारे लिये। 6 नज़र नज़र का […]
Read Moreअमन कुमार त्यागी के 100 फायकू
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- October 15, 2023
1. गुनाहों की हर तरक़ीब मुझे आज़माने दो तुम्हारे लिये। 2. जमाने भर की दुआ तुम्हें देता हूं तुम्हारे लिये। 3. सच सबके सामने बोला और पिट गया तुम्हारे लिये। 4. रात दिन, दिन रात करता रहा काम तुम्हारे लिये। 5. यहां, वहां, जहां, तहां ख़ुद को ढूंढा तुम्हारे लिये। 6. तुम आओ ना […]
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