
पटना । अंतर्राष्ट्रीय शिक्षक दिवस के अवसर पर शिक्षक एवं साहित्यकार दुर्गेश मोहन को अंतर्राष्ट्रीय शिक्षक रत्न मानद उपाधि से अलंकृत किया गया। आयोजक नेपाल की प्रसिद्ध साहित्यिक संस्था शब्द प्रतिभा बहुक्षेत्रीय
सम्मान फाउंडेशन द्वारा दुर्गेश मोहन को
ऑनलाइन सम्मानित किया गया। अंतर्राष्ट्रीय शिक्षक दिवस पर कविता प्रतियोगिता का आयोजन किया गया था ।जिसमें देश-विदेश के विभिन्न क्षेत्रों से 2143 पुरुष महिला शिक्षक_शिक्षिकाओं ने भागीदारी निभाई ।जिसमें उत्कृष्ट कविता के आधार पर 214 शिक्षक शिक्षिकाओं को अंतर्राष्ट्रीय शिक्षक रत्न मानद उपाधि सम्मान से सम्मानित किया गया। इसके अतिरिक्त 46 रचनाकारों को अंतर्राष्ट्रीय शिक्षामित्र सम्मान से सम्मानित किया गया ।नेपाल_ भारत सामाजिक एवं सांस्कृतिक संबंध सुदृढ़ करने ,हिंदी भाषा तथा देवनागरी लिपि का संरक्षण, संवर्धन तथा वैश्विक स्तर पर प्रचार _प्रसार करना,शिक्षा और साहित्य के क्षेत्र में उल्लेखनीय योगदान देने वाली प्रतिभाओं को प्रोत्साहित करने के उद्देश्य से अंतर्राष्ट्रीय शिक्षक दिवस कविता का आयोजन किया गया था।अध्यक्ष आनंद गिरि मायालु ने कहा कि दुर्गेश मोहन का शिक्षा एवं साहित्य में विशिष्ट योगदान है। आपकी रचनाएं अंतर्राष्ट्रीय स्तर पर प्रकाशित एवं सम्मानित हो चुकी है।दुर्गेश मोहन ने सम्मानित होने पर संस्था के प्रति हर्ष जाहिर किया है तथा मायालु जी के प्रति सादर आभार व्यक्त किया है ।इनके द्वारा अंतर्राष्ट्रीय स्तर पर किए गए साहित्यिक योगदान अमूल्य हैं ।दुर्गेश मोहन बिहार के समस्तीपुर जिला के चकवेदौलिया गांव के मूल निवासी हैं तथा ब्रजनंदन मिश्र के पुत्र हैं ।वर्तमान में इनका कार्य क्षेत्र बिहटा, पटना है ।दुर्गेश मोहन के सम्मानित होने पर साहित्य प्रेमियों में हर्ष है तथा वे बधाई एवं शुभकामनाएं दे रहे हैं।