व्यंग्य
विमोचन एक हिन्दी पुस्तक का
- editor
- September 10, 2023
रमेशराज यूं तो हमारे देश में कई हिन्दी पुस्तकों के भव्य और विशाल विमोचन पांचतारा होटलों से लेकर महाविद्यालयों के सुसज्जित प्रांगणों में बड़े-बड़े हिन्दी प्रवक्ताओं के मक्खनबाजी से भरे पर्चों और अध्यक्ष की कराहती हुई तकरीर के मध्य सम्पन्न हुए हैं! किन्तु जिस पुस्तक-विमोचन की चर्चा यहां की जा रही है, वह एक ऐतिहासिक […]
Read Moreभईया जी और सोशल मीडिया
- editor
- August 26, 2023
अनिल शर्मा ‘अनिल’ भईया जी को अहम और वहम दोनों का ही मीनिया है। अहम इस बात का कि सोशल मीडिया किंग कहने लगे है लोग और वहम इस बात का कि इनसे अच्छा और बड़ा साहित्यकार कोई नहीं है। अपनी मस्ती में, पूरी बस्ती में भईया जी लंबा कुर्ता और चैड़ा पायजामा पहने […]
Read Moreसतयुग आ गया
- editor
- July 29, 2023
डाॅ. दलजीत कौर कल पड़ोसी प्रेमचंद जी ने बताया -सतयुग आ गया। जिस सतयुग की तलाश महापुरुषों को थी। जिस के लिए संत तपस्या कर रहे थे। जिसका वर्णन केवल धर्म-ग्रंथों में था। वह आ गया। आकाश साफ, नदियाँ नीली, जल, वायु, पृथ्वी प्रदूषण रहित हो गए। चिड़ियाँ लौट आईं हैं। जीव-जंतु खुशी से […]
Read Moreटमाटर को बुखार!
- editor
- June 30, 2023
✍️ ऋषभदेव शर्मा पूरे भारत में टमाटर की कीमतों में हालिया बढ़ोतरी चिंता का कारण है। कुछ स्थानों पर टमाटर की कीमत दोगुनी से भी अधिक हो गई है, जिससे आम लोगों के लिए टमाटर खरीदना मुश्किल हो गया है। शुक्र है कि आम चुनाव अभी दूर है वरना टमाटर का यह बुखार कभी […]
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