व्यक्तित्व

चन्द्रशेखर आज़ाद
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- April 8, 2025
चन्द्रशेखर ‘आजाद (23 जुलाई 1906 — 27 फ़रवरी 1931) भारतीय स्वतन्त्रता संग्राम के स्वतंत्रता सेनानी थे। वे शहीद राम प्रसाद बिस्मिल व शहीद भगत सिंह सरीखे क्रान्तिकारियों के अनन्यतम साथियों में से थे। सन् 1922 में गाँधीजी द्वारा असहयोग आन्दोलन को अचानक बन्द कर देने के कारण उनकी विचारधारा में बदलाव आया और वे […]
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बाल गंगाधर तिलक
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- April 8, 2025
बाल गंगाधर तिलक (अथवा लोकमान्य तिलक, मूल नाम केशव गंगाधर तिलक, 23 जुलाई 1856 – 1 अगस्त 1920), एक भारतीय राष्ट्रवादी, शिक्षक, समाज सुधारक, वकील और एक स्वतन्त्रता सेनानी थे। भारतीय स्वतन्त्रता संग्राम के आरम्भिक काल में उन्होंने भारतीय स्वतन्त्रता के लिये नये विचार रखे और अनेक प्रयत्न किये। अंग्रेज उन्हें “भारतीय अशान्ति के […]
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मंगल पांडे
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- April 8, 2025
मंगल पांडे (मृत्यु 8 अप्रैल 1857) एक भारतीय सैनिक थे, जिन्होंने 1857 के भारतीय विद्रोह की घटनाओं में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई थी , जिसके परिणामस्वरूप ईस्ट इंडिया कंपनी का विघटन हुआ और भारत सरकार अधिनियम 1858 के माध्यम से ब्रिटिश राज की शुरुआत हुई । वह बंगाल नेटिव इन्फैंट्री की 34वीं रेजिमेंट में सिपाही […]
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एक थी मां मीरा, दूजा रासबिहारी, डॉ. राशदादा की दुनिया अजब निराली
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- November 22, 2024
पटना। मीरा मां के जन्मदिन पर 18 नवंबर को असंख्य बधाइयां एवं शुभकामनाएं, भारत और भारत के बाहर रह रहे अनेक अनेक मित्रों, सहयोगियों, साथियों एवं साहित्यकारों द्वारा अनवरत सोशल मीडिया पर एवं डॉo राशदादा को फोन पर भी प्राप्त होते रहे।सभी मित्रों को राशदादा का नमन वंदन है एवं प्रार्थना है माँ से […]
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बिहार कोकिला शारदा सिन्हा का स्वर पंचतत्व में भी गूंजा
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- November 22, 2024
बिहार के लोक संगीत को विश्व के पटल पर विशिष्ट स्थान दिलाने वाली और अपनी पहचान को प्रसिद्धि में शुमार कराने वाली गायिका थी _शारदा सिन्हा ।वे लोक संगीत की दुनिया में बेमिसाल थीं। आप भोजपुरी ,मैथिली, मगही ,अंगिका ,बज्जिका , हिंदी आदि भाषाओं में निपुण थीं।शारदा सिन्हा बिहार कोकिला और लोक संगीत की […]
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बहुमुखी प्रतिभासम्पन्न बनवारी लाल जोशी “छैला”
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- September 8, 2024
(47 वीं पुण्य तिथि 5 सितम्बर पर विशेष ) बनवारी लाल जोशी “छैला” बहुमुखी प्रतिभासम्पन्न थे। पत्रकार के साथ—साथ, कवि,नाटककार और अभिनेता थे। यूं कहा जाय अंग जनपद की साहित्यिक, सांस्कृतिक बगिया के एक सुरभित पुष्प थे। तभी तो उनके गुजरने के 46 साल बाद भी अंग जन पद के लोगों के दिलों में रचे […]
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पंडित सुंदरलाल: ‘भारत में अंग्रेजी राज’ की पोल खोलने वाले क्रांतिकारी लेखक
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- August 20, 2024
-राजगोपाल सिंह वर्मा ‘भारत में अंग्रेजी राज’ पंडित सुंदरलाल का लिखा आक्रांता शासन की पोल खोलने वाला वह पहला प्रामाणिक ग्रंथ माना जाता है, जिसके 18 मार्च सन 1938 को प्रकाशित होते ही ब्रिटिश सरकार सकते में आ गई थी। इसका पहला संस्करण 2000 प्रतियों का था, जिसकी 1700 प्रतियां तीन दिन के […]
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- August 9, 2024
साहित्य के दैदीप्यमान नक्षत्र : राशदादा राश भारतीय साहित्य के दैदीप्यमान नक्षत्र ,जीना चाहता हूं मरने के बाद फाउंडेशन एक भारत के संस्थापक _चेयरमैन अंतर्राष्ट्रीय प्रख्यात साहित्यकार राशदादा राश का नाम दुनिया में गुंजायमान है । इनका जन्म आरा (बिहार) में 15 दिसंबर ,1952 को हुआ था। इनका मूल नाम रासबिहारी सहाय है ।ये राशदादा […]
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पत्रकारिता के आधार स्तंभ : विश्वनाथ शुक्ल ‘चंचल‘
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- November 15, 2023
भारतीय साहित्य एवं पत्रकारिता को आभामंडित कर ज्ञान की ज्योति जलाने में कामयाब साहित्यकार थे -विश्वनाथ शुक्ल चंचल। इनसे पाठकगण प्रभावित होकर ज्ञानार्जन और मनोरंजन प्राप्त करते थे ।चंचल जी का जन्म 20 जून ,1936 में हाजीगंज ,पटना सिटी में हुआ था। इनके पिता का नाम श्रीनाथ शुक्ल था। विश्वनाथ शुक्ल ‘चंचल’ की शिक्षा […]
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जॉन फॉसे : अनकही को कह दिया जिसने!
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- October 9, 2023
वयोवृद्ध लेखक सलमान रुश्दी के चाहने वालों को भले ही हताशा हुई हो, लेकिन नॉर्वेजियन लेखक जॉन फॉसे (1959) को साहित्य में 2023 का नोबेल पुरस्कार दिया जाना स्वागत योग्य और प्रशंसनीय है। बताया जा रहा है कि फॉसे गद्य और नाटक दोनों में माहिर हैं, और उनके काम की विशेषता इसकी काव्यात्मक भाषा, […]
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