अंकुर सिंह

हिंदी बने राष्ट्र भाषा
हमारा हो निज भाषा पर अधिकार,
प्रयोग हिंदी का, करें इसका विस्तार।
निज भाषा निज उन्नति का कारक,
निज भाषा से मिटे सभी का अंधकार।।
हिंदी है हिंदुस्तान की रानी,
हो रही अब सभी से बेगानी।
अन्य भाषा संग, हिंदी अपनाओ,
ताकि हिंदी संग ना हो बेमानी।।
माथे की शोभा बढ़ाती बिंदी,
निज भाषा जान हैं  हिन्दी।
आओ मिल इसका करें विस्तार,
ताकि गर्व हमपर नई आबादी।।
हिंदी हम सब की हैं मातृ-भाषा,
छोड़ इसे ना करो तुम निराशा।
हिंदी बोलने में तुम मत शरमाओं,
ताकि हिंदी बने हमारी राष्ट्र भाषा।।
हिंदी हैं अपनी राजभाषा,
बनाना इसे अब राष्ट्रभाषा।
आओ निज भाषा से प्यार करें
ताकि हिंदी को ना मिले निराशा।।
महात्मा गांधी जी कहते थे,
हिंदी है जनमानस की भाषा ।
कहा उन्नीस सौं अठारह में बापू ने,
सब बनाओ हिंदी को राष्ट्र भाषा।।
पहली अंग्रेजी, फिर चीनी,
ज्यादा बोले जाने वाली है भाषा।
हर कार्य में हिंदी को अपनाकर,
बनाए इसको हम पहली भाषा।
अंकुर सिंह 
हरदासीपुर, चंदवक,
जौनपुर, उत्तर प्रदेश
मोबाइल नंबर – 8367782654.
व्हाट्सअप नंबर – 8792257267.

 

विश्वकर्मा भगवान

तकनीकी कला के ज्ञाता,
देवालय, शिवालय के विज्ञाता।
सत्रह सितम्बर हैं जन्म दिवस,
कहलाते शिल्पकला के प्रज्ञाता।।
कला कौशल में निपुण,
बनाए सोने की लंका,
विश्वकर्मा भगवान तो है,
सभी देवों के अभियंता।।
शिल्प कला के है जो ज्ञाता,
विष्णु वैकुंठ के हैं निर्माता।
कहते हम प्रभु दो हमको ज्ञान,
क्योंकि हमें कुछ भी नहीं आता।।
पृथ्वी, स्वर्ग लोक के भवन बनाए,
विष्णु चक्र, शिव त्रिशूल तुम्हीं से पाए।
किए सब देवन पर कृपा भारी,
पुष्पक दें कुबेर को किए विमान धारी।।
इंद्रपुरी, कुबेरपुरी और यमपूरी बनाए,
द्वारिका बसा कृष्ण के प्रिय कहलाएं ।
तुम्हारे बनाए कुंडल को धारण कर,
दानी कर्ण कुंडल धारक कहलाए ।।
विश्वकर्मा जी है पंच मुखधारी
करते है हंस की सवारी,
तीनों लोक, चौदहों भुवन में,
सब करते उनकी जय जयकारी।।
मनु, मय, त्वष्ठा, शिल्पी, दैवज्ञा पुत्र तुम्हारे,
पधार प्रभु इनके संग आज द्वार हमारे ।
महर्षि प्रभास, देवी वरस्त्री के सुत आप,
आए हरो प्रभु अब, कष्ट सब हमारे।।
अंकुर सिंह
हरदासीपुर, चंदवक,
जौनपुर, उत्तर प्रदेश- 222129
मोबाइल नंबर – 8367782654.
व्हाट्सअप नंबर – 8792257267.

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