Month: October 2023

लोक में गांधी के गीतों को गाती ‘चंदन तिवारी’
- editor
- October 8, 2023
एक बार किसी ने महात्मा गांधी से पूछा कि क्या आपको संगीत से कोई लगाव नहीं है? गांधीजी ने उत्तर दिया कि यदि मुझमें संगीत न होता तो मैं अपने काम के इस भारी बोझ से मर गया होता। ज्यादातर लोगों की यह धारणा रही है कि महात्मा गांधी संगीत जैसी सभी कलाओं के खिलाफ […]
Read More
विश्व शांति के लिए गांधी ही विकल्प… पर गांधी विरासत बचाना भी जरूरी
- editor
- October 8, 2023
प्रो. कन्हैया त्रिपाठी गांधी जी के संदर्भ में अलबर्ट आइंस्टीन का वह कथन अब प्रायः लोग स्मरण करते हैं जो उन्होंने 20वीं शताब्दी के मध्य में कही थी कि- दुनिया एक दिन आश्चर्य करेगी कि गांधी जैसा कोई हाड़ मांस का पुतला इस धरती पर कभी चला होगा। जीवन कृपा पर नहीं जी सकते […]
Read More
मैं गांधी बोल रहा हूँ….
- editor
- October 8, 2023
डाॅ. जी. नीरजा अहिंसा प्रचंड शस्त्र है। इसमें परम पुरुषार्थ है। यह भीरु से दूर-दूर भागती है, वीर पुरुष की शोभा है, उसका सर्वस्व है! यह शुष्क, नीरस, जड़ पदार्थ नहीं है, यह चेतनमय है। यह आत्मा का विशेष गुण है। आप मानो या न मानो, मैंने इसका वर्णन परम धर्म के रूप में […]
Read More
स्वतंत्रा संग्राम और गांधी की पत्रकारिता
- editor
- October 8, 2023
संदीप कुमार शर्मा (स.अ.) महात्मा गांधी जी की पत्रकारिता उनके जीवन का महत्वपूर्ण हिस्सा थी, जो उन्होंने भारतीय स्वतंत्रता संग्राम के साथ-साथ अपने दृढ़ नैतिक और सामाजि एसक मूल्यों को प्रोत्साहित करने के लिए भी उपयोग की। उनकी पत्रकारिता के कुछ महत्वपूर्ण पहलुओं को निम्नलिखित रूप में देखा जा सकता है- सत्याग्रह – गांधी जी […]
Read More
महात्मा गांधी की जनसंचार पद्धति : एक प्रकाश स्तंभ
- editor
- October 8, 2023
कुमार कृष्णन महात्मा गांधीजी एक राष्ट्रीय नेता और समाज सुधारक होने के साथ-साथ एक महान संचारक भी थे। एक से अधिक, उन्होंने माना कि राय बनाने और लोकप्रिय समर्थन जुटाने के लिए संचार सबसे प्रभावी उपकरण है। गांधीजी सफल रहे क्योंकि उनके पास संचार में एक गुप्त कौशल था जो दक्षिण अफ्रीका में सामने आया […]
Read More
मानवता के प्रामाणिक संत हैं महात्मा गांधी
- editor
- October 8, 2023
अरविंद जयतिलक ऐसे समय में जब संपूर्ण विश्व में हिंसा का बोलबाला है, राष्ट्र आपस में उलझ रहे हैं, मानवता खतरे में है, गरीबी, भूखमरी और कुपोषण लोगों का जीवन लील रही है तो गांधी के विचार बरबस ही प्रासंगिक हो जाते हैं। मौजूदा दौर में विश्व समुदाय भी महसूस करने लगा है कि […]
Read More
समाज और राष्ट्र की प्रगति में मीडिया की विशिष्ट भूमिका होती है
- editor
- October 8, 2023
धामपुर। समाज और राष्ट्र की प्रगति में मीडिया की विशिष्ट भूमिका होती है। इसलिए मीडिया को हमेशा सकारात्मक और सर्जनात्मक गतिविधियों को बढ़ावा देना चाहिए। यह कहना है वरिष्ठ शिक्षक और आकाशवाणी से जुड़े प्रसारणकर्मी आलोक त्यागी का। यहां साहित्यकार डॉ अनिल शर्मा ‘अनिल’ के आवास पर उनके सम्मान में आयोजित कार्यक्रम में मीडिया की जिम्मेदारी […]
Read More
बंजर धरती
- editor
- October 8, 2023
डॉ अशोक रस्तोगी मेले में लगी दुकानों का अवलोकन करते, दुकानदारों से वस्तुओं का मोलभाव करते,कंधे टकराती भीड़ के मध्य संभल-संभलकर चलते दिव्यांशी कब अपने भैया-भाभी से बिछड़ गई कुछ पता नहीं चल पाया? उन्हें ढूंढती-खोजती वह दुकानों के मध्य बने लंबे गलियारे को पार करती हुई खुले स्थान में पहुंची तो विद्युत चालित […]
Read More