Month: October 2023

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अरुण पाठक व प्रो. ईश्वर भारद्वाज सहित चार को मिला दीपशिखा सम्मान

हरिद्वार।  दीपशिखा साहित्यिक एवं सांस्कृतिक मंच के संस्थापक एवं साहित्यकार स्व. के. एल. दिवान की 89वें जन्म जयंती तथा संस्था के स्थापना दिवस के उपलक्ष में आज दीपशिखा सम्मान समारोह एवं सरस कवि गोष्ठी का आयोजन माडल कालोनी स्थित एक होटल में सम्पन्न हुआ। कार्यक्रम के प्रथम चरण में माँ शारदे के सम्मुख दीप प्रज्जवलन, […]

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News

राष्ट्रवादी पत्रकार गणेश शंकर विद्यार्थी की जयंती पर आनलाइन सेमिनार का आयोजन सम्पन्न

देहरादून। प्रखर राष्ट्रवादी पत्रकार गणेश शंकर विद्यार्थी की जयंती पर दि ग्राम टुडे समूह के तत्वावधान में, ‘प्रिंट मीडिया की प्रासंगिकता’ विषय पर आनलाइन सेमिनार का आयोजन सम्पन्न हुआ। दि ग्राम टुडे समूह के अध्यक्ष अनिल पांडेय की अध्यक्षता और संपादक सुभाष पांडेय के संचालन में सम्पन्न सेमिनार के मुख्य अतिथि रहे समूह संपादक शिवेश्वर […]

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समाज

भारत संसार का आदर्श हो

काफी पुरानी बात है हमारे दादा जी के पास एक बड़ा मकान था जिसके वो इकलौते वारिस थे, बच्चे छोटे थे इसलिए रहने के लिए काफी था। उसी बड़े मकान से सटे हुए हमारे दो छोटे मकान और थे जो खाली पड़े थे । एक दिन एक औरत अपने चार छोटे छोटे बच्चो के साथ […]

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फायकू साहित्य

दि ग्राम टुडे के नवरात्र स्पेशल फायकू विशेषांक का आनलाइन लोकार्पण

देहरादून।  दि ग्राम टुडे के नवरात्र स्पेशल फायकू विशेषांक का आनलाइन लोकार्पण मुख्य अतिथि साहित्यकार अमन त्यागी, विशिष्ट अतिथि डॉ.अनिल शर्मा ‘अनिल’, सतेन्द्र शर्मा ‘तरंग’ और संपादक शिवेश्वर दत्त पाण्डेय ने किया। मुख्य अतिथि, फायकू के प्रवर्तक,अमन त्यागी ने कहा कि सहज और सरल ढंग से नौ शब्दों में अपनी बात कहने के लिए फायकू […]

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समाज

स्वास्थ्य,शांति और सामंजस्य जीवन की मूल आवश्यकता: स्वामी निरंजनानंद

कुमार कृष्णन विश्व योग पीठ के परमाचार्य परमहंस स्वामी निरंजनानंद सरस्वती ने कहा है कि वर्तमान मे मानव जीवन की सबसे मूल आवश्यकता है— स्वास्थ्य,शांति और सामंजस्य। इसे बनाए रखना सबसे बड़ी चुनौती है। नये — नये रोग जन्म ले रहें हैं। बच्चे तक इसका शिकार हो रहे हैं। वे मुंगेर दशभूजी स्थान में दो […]

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फायकू साहित्य

दो शब्द फायकू के लिए

  अमन कुमार ‘त्यागी’ फायकू का प्रयोग ऐतिहासिक रूप से, उपनाम के लिए अथवा लोगों को समूहों में क्रमबद्ध करने के एक तरीके के रूप में विकसित हुआ है। व्यवसाय, मूल स्थान, कबीले संबद्धता, संरक्षण, माता-पिता, गोद लेने और यहां तक कि शारीरिक विशेषताओं के आधार पर भी फायकू लोगों की पहचान की जा सकती […]

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फायकू साहित्य

डाॅ. अनिल शर्मा ‘अनिल’ के 100 फायकू

  1 ख़ुद बनाएं हैं हमने ये चाय पकौड़े, तुम्हारे लिये। 2 एक मिलन आस में सब काम छोड़ें तुम्हारे लिये। 3 साथ मिल जाए बस संग संग दौड़े तुम्हारे लिये। 4 थक गये मित्र तुम, तो मंगवाएं घोड़े तुम्हारे लिये। 5 अपनी भरपूर है व्यस्तता क्षण हैं थोड़े तुम्हारे लिये। 6 गुनगुनाओ मेरे संग […]

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फायकू साहित्य

सविता मिश्रा के 100 फायकू

  1 कंप्यूटर कीबोर्ड बनते रहो स्कीम आई कई तुम्हारे लिये। 2 तुम भले भूले हमको हम जीते रहे तुम्हारे लिये। 3 तुमको ख़्वाबों में देखते बातें भी करते तुम्हारे लिये। 4 मत समझना पागल है याद में तेरी तुम्हारे लिये। 5 यदि मुस्करा रहे हैं हर मुस्कराहट नहीं तुम्हारे लिये। 6 नज़र नज़र का […]

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फायकू साहित्य

अमन कुमार त्यागी के 100 फायकू

  1. गुनाहों की हर तरक़ीब मुझे आज़माने दो तुम्हारे लिये। 2. जमाने भर की दुआ तुम्हें देता हूं तुम्हारे लिये। 3. सच सबके सामने बोला और पिट गया तुम्हारे लिये। 4. रात दिन, दिन रात करता रहा काम तुम्हारे लिये। 5. यहां, वहां, जहां, तहां ख़ुद को ढूंढा तुम्हारे लिये। 6. तुम आओ ना […]

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फायकू साहित्य

रश्मि अभय के 100 फायकू

  1 ज़िंदगी की सारी तमन्नाएं मेरी हर आरज़ू तुम्हारे लिये। 2 मेरा ये रूप शृंगार मेरा सजना संवरना तुम्हारे लिये। 3 ग़म से ना घबराना खुशियां मेरी सारी तुम्हारे लिये। 4 तुम मेरी पूरी क़िताब मैं एक पन्ना तुम्हारे लिये। 5 ज़िंदगी का रास्ता तुम मैं एक राही तुम्हारे लिये। 6 भूल जाओगे गर […]

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