ब्लॉक संसाधन केंद्र पुरैनी विकास खण्ड–कोतवाली में तीन दिवसीय प्री– प्राइमरी 52 सप्ताह आधारित को– लोकेटेड आंगनवाड़ी कार्यकत्रियों का प्रशिक्षण संपन्न हुआ। प्रशिक्षण में राष्ट्रीय शिक्षा नीति 2020 के अंतर्गत प्रारंभिक बाल्यावस्था देखभाल और शिक्षा अर्थात सीखने की नींव को संदर्भदाताओं द्वारा विस्तार से समझाया गया।
बच्चों के मस्तिष्क का 85% विकास 6 वर्ष की आयु तक हो जाता है। बच्चों के मस्तिष्क के उचित विकास और शारीरिक वृद्धि को सुनिश्चित करने के लिए उसके आरंभिक 6 वर्षों को महत्वपूर्ण माना जाता है। ई.सी.सी.ई.में मुख्य रूप से लचीली, बहुआयामी, बहुस्तरीय, खेल–आधारित, गतिविधि– आधारित और खोज–आधारित शिक्षा को शामिल किया गया है।
जैसे–अक्षर, भाषा, संख्या, गिनती,रंग, आकार, इंडोर एवं आउटडोर खेल पहेलियां, तार्किक सोच,समस्या सुलझाने की कला, चित्रकला, पेंटिंग, अन्य दृश्य, कला शिल्प, नाटक, कठपुतली, संगीत, तथा अन्य गतिविधियों को शामिल करते हुए इसके साथ-साथ अन्य कार्य जैसे सामाजिक कार्य, मानवीय संवेदना, अच्छे व्यवहार ,शिष्टाचार, नैतिकता,व्यक्तिगत और सार्वजनिक स्वच्छता, समूह में कार्य करना और आपसी सहयोग को विकसित करने पर भी ध्यान केंद्रित किया गया है।
प्रशिक्षण में 52 सप्ताह के निर्देशिका कैलेंडर के आधार पर दैनिक प्रक्रिया के चरण और थीम को विस्तार पूर्वक समझाया गया प्रशिक्षण आंगनबाड़ी कार्यकत्रियों के लिए रोचक, प्रभावी और लाभप्रद रहा।प्रशिक्षण आदरणीय खण्ड शिक्षा अधिकारी–कोतवाली के मार्गदर्शन में सम्पन्न हुआ। संदीप कुमार शर्मा, किरन वर्मा, सविता चौहान एवं सरोज यादव संदर्भदाताओं द्वारा आंगनबाड़ी कार्यकत्रियों को प्रशिक्षण दिया गया।