महिला दिवस पर फायकू-अल्पना जैन

1
मिटा कर अस्तित्व अपना
जीती रही बस
तुम्हारे लिए
2
अपने सारे सपने छोङे
दिन रात वारे
तुमहारे लिए
3
ना भूलो मां को
मां ने ममता लुटायी
तुम्हारे लिए
4
मत मारो मुझे मां
बनूंगी लक्ष्मीबाई मै
तुम्हारे लिए
5
घर पिया का सजाया
अपना आंगन बिसराया
तुम्हारे लिए
6
कांटे सब दूर कर
केवल कलिंया चुनी
तुम्हारे लिए
7
नानी की वो नसीहत
दादी का दुलार
तुम्हारे लिए
8
तुमने जो देखे सपने
काश सच हों
तुम्हारे लिए

अल्पना जैन
धामपुर

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