1 .
ले आयी इक्कीसवी सदी
नारी शक्ति सम्मान
तुम्हारे लिए।
2.
आत्मविश्वास की जगी लहर
सदियों के बाद
तुम्हारे लिए।
3.
धरती नापी अंम्बर नापा
नाप सब संसार
तुम्हारे लिए।
4 .
आज स्वयं सिद्धा बनी
रही नहीं मोहताज
तुम्हारे लिए।
5 .
नये नये आयाम चुने
खड़े कीर्तिमान किये
तुम्हारे लिए।
विनोद शर्मा
धामपुर