फायकू

फायकू

महिला सशक्तिकरण-फायकू /कनक पारख

जाग उठी नारी शक्ति जग का उद्धार तुम्हारे लिए। देश हित जान नारी भरती है उड़ान तुम्हारे लिए। संकल्पों को सिद्ध करती चट्टानों को चीरती तुम्हारे लिए। अंबा, दुर्गा, काली, चंडी सबकी है प्रतिपाली तुम्हारे लिए। अंतरिक्ष में पहुंची नारी विश्व में पहचान तुम्हारे लिए। नारी तुम नारायणी, कामायनी किया है चमत्कार तुम्हारे लिए। नारी […]

Read More
फायकू

महिला दिवस के फायकू -संजीव “दीपक”

1- अबला नहीं सबला हूं, खुशियां मुझसे हैं, तुम्हारे लिए। 2- मां बहन बेटी हूं, सर्व शक्तिमान हूं, तुम्हारे लिए। 3- मेरे दम पर ही, मकान घर बना, तुम्हारे लिए। 4- मैंने अंतरिक्ष भी देखा, और पाताल नापा, तुम्हारे लिए। 5- अखंडित रहे परिवार मेरा, बहुत कुछ त्यागा, तुम्हारे लिए। 6- हर क्षेत्र में आगे, […]

Read More
फायकू

अनिल अभिव्यक्ति का 151 वां अंक ‘फायकू विशेषांक’ प्रकाशित

अनिल अभिव्यक्ति के,सर्दी के फायकू विशेषांक ( फरवरी 2024) का आनलाइन लोकार्पण, फायकू के प्रवर्तक अमन कुमार त्यागी ( संपादक ओपन डोर,शोधादर्श) ने किया। इस अंक में सर्दी पर आधारित फायकू संकलित किये गये हैं। उन्होंने कहा कि अनिल अभिव्यक्ति का 151 वां अंक फायकू साहित्य में एक मील का पत्थर साबित होगा। इस अंक […]

Read More
फायकू

शुभा शुक्ला निशा के फायकू

मां है सदा तुम्हारे लिए देव प्रतिनिधि रूप मां धरती पर आई तुम्हारे लिए वो सपने हजार लेके जीवन में आती तुम्हारे लिए अपने सारे सुख दुख भुला देती है तुम्हारे लिए स्वयं को वो सदा पीछे रखती है तुम्हारे लिए जागती रहती है सदा अपनी नींद भूला तुम्हारे लिए नटखट प्यारी अटखेलियो पे होती […]

Read More
फायकू

पवन कुमार सूरज के फायकू

विषय- जीवन 1. खाली आना खाली जाना, जीवन क्या पाना? तुम्हारे लिए। 2. उलझन का ताना-बाना, अंतिम एक ठिकाना, तुम्हारे लिए। 3. कभी हर्ष कभी विषाद, कहते सभी निर्विवाद, तुम्हारे लिए। 4. पहली श्वास अंतिम धड़कन, जीवन यह उलझन, तुम्हारे लिए। 5. एक समभाव होकर जीना, जीवन गरल पीना, तुम्हारे लिए। 6. कभी जय कभी […]

Read More
फायकू साहित्य

दि ग्राम टुडे के नवरात्र स्पेशल फायकू विशेषांक का आनलाइन लोकार्पण

देहरादून।  दि ग्राम टुडे के नवरात्र स्पेशल फायकू विशेषांक का आनलाइन लोकार्पण मुख्य अतिथि साहित्यकार अमन त्यागी, विशिष्ट अतिथि डॉ.अनिल शर्मा ‘अनिल’, सतेन्द्र शर्मा ‘तरंग’ और संपादक शिवेश्वर दत्त पाण्डेय ने किया। मुख्य अतिथि, फायकू के प्रवर्तक,अमन त्यागी ने कहा कि सहज और सरल ढंग से नौ शब्दों में अपनी बात कहने के लिए फायकू […]

Read More
फायकू साहित्य

दो शब्द फायकू के लिए

  अमन कुमार ‘त्यागी’ फायकू का प्रयोग ऐतिहासिक रूप से, उपनाम के लिए अथवा लोगों को समूहों में क्रमबद्ध करने के एक तरीके के रूप में विकसित हुआ है। व्यवसाय, मूल स्थान, कबीले संबद्धता, संरक्षण, माता-पिता, गोद लेने और यहां तक कि शारीरिक विशेषताओं के आधार पर भी फायकू लोगों की पहचान की जा सकती […]

Read More
फायकू साहित्य

डाॅ. अनिल शर्मा ‘अनिल’ के 100 फायकू

  1 ख़ुद बनाएं हैं हमने ये चाय पकौड़े, तुम्हारे लिये। 2 एक मिलन आस में सब काम छोड़ें तुम्हारे लिये। 3 साथ मिल जाए बस संग संग दौड़े तुम्हारे लिये। 4 थक गये मित्र तुम, तो मंगवाएं घोड़े तुम्हारे लिये। 5 अपनी भरपूर है व्यस्तता क्षण हैं थोड़े तुम्हारे लिये। 6 गुनगुनाओ मेरे संग […]

Read More
फायकू साहित्य

सविता मिश्रा के 100 फायकू

  1 कंप्यूटर कीबोर्ड बनते रहो स्कीम आई कई तुम्हारे लिये। 2 तुम भले भूले हमको हम जीते रहे तुम्हारे लिये। 3 तुमको ख़्वाबों में देखते बातें भी करते तुम्हारे लिये। 4 मत समझना पागल है याद में तेरी तुम्हारे लिये। 5 यदि मुस्करा रहे हैं हर मुस्कराहट नहीं तुम्हारे लिये। 6 नज़र नज़र का […]

Read More
फायकू साहित्य

अमन कुमार त्यागी के 100 फायकू

  1. गुनाहों की हर तरक़ीब मुझे आज़माने दो तुम्हारे लिये। 2. जमाने भर की दुआ तुम्हें देता हूं तुम्हारे लिये। 3. सच सबके सामने बोला और पिट गया तुम्हारे लिये। 4. रात दिन, दिन रात करता रहा काम तुम्हारे लिये। 5. यहां, वहां, जहां, तहां ख़ुद को ढूंढा तुम्हारे लिये। 6. तुम आओ ना […]

Read More