साहित्य

व्यक्तित्व

पंडित गौरीदत्त (1836 – 8 फ़रवरी 1906)

पंडित गौरीदत्त का जन्म पंजाब प्रदेश के लुधियाना नामक नगर में सन् 1836 में हुआ था। आपके पिता पंडित नाथू मिश्र प्रसिद्ध तांत्रिक और सारस्वत ब्राह्मण थे। आपकी प्रारम्भिक शिक्षा साधारण ही हुई थी। केवल पंडिताई का कार्य करने तक ही वह सीमित थी। जब आपकी आयु केवल 5 वर्ष की ही थी तब आपके […]

Read More
कहानी

देवरानी जेठानी की कहानी  : पंडित गौरीदत्त (हिंदी उपन्यास)

(हिन्‍दी का पहला उपन्‍यास ‘देवरानी जेठानी की कहानी’ (1870) है अथवा ‘परीक्षागुरु’ (1882), इस पर विद्वानों में मतभेद है। जहॉं डॉ नगेन्‍द्र और डॉ निर्मला जैन सरीखे विद्वानों ने लाला श्रीनिवासदास के परीक्षागुरु को हिन्‍दी का पहला मौलिक उपन्‍यास माना है, वहीं डॉ गोपाल राय व डॉ पुष्‍पपाल सिंह आदि ने पं गौरीदत्‍त रचित देवरानी […]

Read More
व्यक्तित्व

प्रकाशवीर शास्त्री

प्रकाशवीर शास्त्री (30 दिसम्बर 1923 – 23 नवम्बर 1977) भारतीय संसद के सदस्य तथा आर्यसमाज के नेता थे। उनका मूल नाम ‘ओमप्रकाश त्यागी’ था। वे एक प्रखर वक्ता थे। उनके भाषणों में तर्क बहुत शक्तिशाली होते थे। उनका भाषण सुनने के लिये लोग दूर-दूर से पैदल चलकर आ जाते थे। उनके विरोधी भी उनके प्रशंसक […]

Read More
कविता

गुरु -शिष्य

  गुरु होते हैं मार्गदर्शक शिष्यों के लिए आकर्षक। गुरु देते शिष्यों को शिक्षा शिष्य भी करते गुरु की रक्षा। गुरु _शिष्य के रिश्ते हैं अनमोल इनके होते हैं सुन्दर बोल। दोनों होते हैं महत्वपूर्ण ये दोनों होते हैं पूर्ण। गुरु_शिष्य करते भारत का कल्याण जिससे भारतवर्ष बना रहेगा महान। गुरु का होता यशोगान शिष्य […]

Read More
व्यक्तित्व

महेंद्र अश्क को शायरी का शौक़ जूनून की हद तक था

अल्लाह मेरी फ़िक्र को इतनी रसाई दे/ मैं देखने लगू तो मदीना दिखाई दे। यह शेर किसी मुस्लिम शायर का नहीं बल्कि आलमी शौहरत याफ्ता शायर महेन्द्र सिंह अश्क का है।अश्क साहब ने शायरी खास तौर से नात गोई में बहुत नाम कमाया। एक ज़माना था,जब बड़े मुशायरो की फहरिस्त में बेकल उत्साही,जिगर मुरादाबादी,खुमार बारा […]

Read More
व्यक्तित्व

चन्द्रशेखर आज़ाद

  चन्द्रशेखर ‘आजाद (23 जुलाई 1906 — 27 फ़रवरी 1931) भारतीय स्वतन्त्रता संग्राम के स्वतंत्रता सेनानी थे। वे शहीद राम प्रसाद बिस्मिल व शहीद भगत सिंह सरीखे क्रान्तिकारियों के अनन्यतम साथियों में से थे। सन् 1922 में गाँधीजी द्वारा असहयोग आन्दोलन को अचानक बन्द कर देने के कारण उनकी विचारधारा में बदलाव आया और वे […]

Read More
व्यक्तित्व

बाल गंगाधर तिलक

  बाल गंगाधर तिलक (अथवा लोकमान्य तिलक, मूल नाम केशव गंगाधर तिलक, 23 जुलाई 1856 – 1 अगस्त 1920), एक भारतीय राष्ट्रवादी, शिक्षक, समाज सुधारक, वकील और एक स्वतन्त्रता सेनानी थे। भारतीय स्वतन्त्रता संग्राम के आरम्भिक काल में उन्होंने भारतीय स्वतन्त्रता के लिये नये विचार रखे और अनेक प्रयत्न किये। अंग्रेज उन्हें “भारतीय अशान्ति के […]

Read More
व्यक्तित्व

मंगल पांडे

  मंगल पांडे (मृत्यु 8 अप्रैल 1857) एक भारतीय सैनिक थे, जिन्होंने 1857 के भारतीय विद्रोह की घटनाओं में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई थी , जिसके परिणामस्वरूप ईस्ट इंडिया कंपनी का विघटन हुआ और भारत सरकार अधिनियम 1858 के माध्यम से ब्रिटिश राज की शुरुआत हुई । वह बंगाल नेटिव इन्फैंट्री की 34वीं रेजिमेंट में सिपाही […]

Read More
कविता

दुर्गेश मोहन की दो कविताएं

    सदृश पुत्री का अवतरण रागिनी की आंखों के तारे विकास की है प्यारी। सम्पूर्ण दुनिया है इसकी ये हैं सबकी न्यारी। मेरी सदृश प्यारी पुत्री का 14 नवंबर को हुआ है अवतरण। इसे प्यार है भारतमाता से कण _,कण। आरज़ू के जन्म से सभी हुए हर्षित। अपना सम्पूर्ण परिवार भास्कर सदृश हुआ उदित। […]

Read More
व्यक्तित्व

एक थी मां मीरा, दूजा रासबिहारी, डॉ. राशदादा की दुनिया अजब निराली

  पटना। मीरा मां के जन्मदिन पर 18 नवंबर को असंख्य बधाइयां एवं शुभकामनाएं, भारत और भारत के बाहर रह रहे अनेक अनेक मित्रों, सहयोगियों, साथियों एवं साहित्यकारों द्वारा अनवरत सोशल मीडिया पर एवं डॉo राशदादा को फोन पर भी प्राप्त होते रहे।सभी मित्रों को राशदादा का नमन वंदन है एवं प्रार्थना है माँ से […]

Read More