साहित्य

कविता

दुर्गेश मोहन की दो कविताएं

    सदृश पुत्री का अवतरण रागिनी की आंखों के तारे विकास की है प्यारी। सम्पूर्ण दुनिया है इसकी ये हैं सबकी न्यारी। मेरी सदृश प्यारी पुत्री का 14 नवंबर को हुआ है अवतरण। इसे प्यार है भारतमाता से कण _,कण। आरज़ू के जन्म से सभी हुए हर्षित। अपना सम्पूर्ण परिवार भास्कर सदृश हुआ उदित। […]

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व्यक्तित्व

एक थी मां मीरा, दूजा रासबिहारी, डॉ. राशदादा की दुनिया अजब निराली

  पटना। मीरा मां के जन्मदिन पर 18 नवंबर को असंख्य बधाइयां एवं शुभकामनाएं, भारत और भारत के बाहर रह रहे अनेक अनेक मित्रों, सहयोगियों, साथियों एवं साहित्यकारों द्वारा अनवरत सोशल मीडिया पर एवं डॉo राशदादा को फोन पर भी प्राप्त होते रहे।सभी मित्रों को राशदादा का नमन वंदन है एवं प्रार्थना है माँ से […]

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व्यक्तित्व

बिहार कोकिला शारदा सिन्हा का स्वर पंचतत्व में भी गूंजा

  बिहार के लोक संगीत को विश्व के पटल पर विशिष्ट स्थान दिलाने वाली और अपनी पहचान को प्रसिद्धि में शुमार कराने वाली गायिका थी _शारदा सिन्हा ।वे लोक संगीत की दुनिया में बेमिसाल थीं। आप भोजपुरी ,मैथिली, मगही ,अंगिका ,बज्जिका , हिंदी आदि भाषाओं में निपुण थीं।शारदा सिन्हा बिहार कोकिला और लोक संगीत की […]

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व्यक्तित्व

बहुमुखी प्रतिभासम्पन्न बनवारी लाल जोशी “छैला”

(47 वीं पुण्य तिथि 5 सितम्बर पर विशेष ) बनवारी लाल जोशी “छैला” बहुमुखी प्रतिभासम्पन्न थे। पत्रकार के साथ—साथ, ​कवि,नाटककार और अभिनेता थे। यूं कहा जाय अंग जनपद की साहित्यिक, सांस्कृतिक बगिया के एक सुरभित पुष्प थे। तभी तो उनके गुजरने के 46 साल बाद भी अंग जन पद के ​लोगों के दिलों में रचे […]

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पुस्तक समीक्षा

‘सिलसिला मुनादी का’ में सामाजिक सरोकार व समन्वय की भावना

– के० पी० अनमोल ‘सिलसिला मुनादी का’ पुस्तक की ग़ज़लों को पढ़ते हुए एक बात लगातार ज़ेहन में बनी रही कि इस पुस्तक में न सिर्फ़ महिला रचनाकारों की ग़ज़लों से बल्कि आज के समस्त हिंदी ग़ज़ल लेखन से कुछ अलग है। क्या अलग! वह लहजा, वह व्याकुलता, जो ‘साए में धूप’ में झलकती है। […]

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व्यक्तित्व

पंडित सुंदरलाल: ‘भारत में अंग्रेजी राज’ की पोल खोलने वाले क्रांतिकारी लेखक

  -राजगोपाल सिंह वर्मा   ‘भारत में अंग्रेजी राज’ पंडित सुंदरलाल का लिखा आक्रांता शासन की पोल खोलने वाला वह पहला प्रामाणिक ग्रंथ माना जाता है, जिसके 18 मार्च सन 1938 को प्रकाशित होते ही ब्रिटिश सरकार सकते में आ गई थी। इसका पहला संस्करण 2000 प्रतियों का था, जिसकी 1700 प्रतियां तीन दिन के […]

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कविता

रक्षाबंधन

  रक्षाबंधन का अनमोल त्योहार भाई_बहन का अटूट प्यार। भाई_बहन के रिश्ते का यह है अनुपम उपहार। यह पर्व श्रावण मास के पूर्णिमा को मनाया जाता। इसमें लोग अवश्य सुख_प्रेम है पाता। बहन भाई को बांधती रक्षा सूत्र यह होता अद्भुत और पवित्र। इस पावन अवसर पर यह मनाया जाता सर्वत्र। बहन भाई के जीवन […]

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व्यक्तित्व

साहित्य के दैदीप्यमान नक्षत्र : राशदादा राश भारतीय साहित्य के दैदीप्यमान नक्षत्र ,जीना चाहता हूं मरने के बाद फाउंडेशन एक भारत के संस्थापक _चेयरमैन अंतर्राष्ट्रीय प्रख्यात साहित्यकार राशदादा राश का नाम दुनिया में गुंजायमान है । इनका जन्म आरा (बिहार) में 15 दिसंबर ,1952 को हुआ था। इनका मूल नाम रासबिहारी सहाय है ।ये राशदादा […]

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साहित्य

आधुनिक काल के जगमगाते साहित्यकार: सूर्यकांत त्रिपाठी निराला

साहित्य जगत के आधुनिक काल के जगमगाते साहित्यकार सूर्यकांत त्रिपाठी निराला का नाम अग्रगण्य है। इन्होंने साहित्य की महती सेवा कर इसे गौरवान्वित किया है ।सूर्यकांत त्रिपाठी निराला का जन्म 21 फरवरी 1899 को महिषादल रियासत (जिला मेदिनीपुर )में हुआ था। उनका वसंत पंचमी के अवसर पर जन्मदिन मनाने का श्री गणेश 1930 में हुआ […]

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कविता

गुड़िया

गुड़िया मेरी गुड़िया हंसना, कभी ना तुम रोना । पापा _मम्मी की हो प्यारी, गुरुजन की हो राज दुलारी। सबकी कहना मानना , अच्छी बातें सीखना। मेरी गुड़िया हंसना, कभी ना तुम रोना। गुड़िया पढ़ी और पढ़ कर , वह की समाज का कल्याण। समाज आगे बढ़ा , गुड़िया बनी महान। मेरी गुड़िया हंसना , […]

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